नेवाली फाटा में किसानों का उग्र आंदोलन या चाल माफियाओ षडयंत्र ?
एसीपी,सहित कई पुलिस कर्मी घायल, किसान भी जख्मी,२ ट्रक सहित पुलिस के वाहनों को जलाया !
उल्हासनगर- नेवाली फाटा पर चाल माफियाओं ने किसान आंदोलन की आड़ में अपना हेतु सीधा करने के लिए उग्र आंदोलन करनवाने काम किया है, स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन को शांति रूप से कर रहे थे इसी आंदोलन का फायदा उठाने के लिए स्थानीय चाल माफियाओं ने अपना हेतु साधते हुए आंदोलन को हिंसक बना दिये,बहरहाल पुलिस की जांच में पूरा सच सामने आएगा ?
नेवली फाटा में ठाणे-बदलापुर हाइवे पर किसानों का आंदोलन हिंसक हो गया। जमीन के अधिग्रहण को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों ने आगजनी शुरू कर दी। हाइवे पर पुलिस की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। दोपहर बाद ठाणे पुलिस कमिश्नर ने इस हिंसा के दौरान 12 पुलिसवालों के घायल होने की पुष्टि की, हालांकि उन्होंने अब हालात के काबू में रहने की भी बात कही।ठाणे के कमिश्नर ने कहा कि कुछ गांववालों ने पुलिस टीम और डीसीपी पर हमला किया, जिसके बाद पैलट गन का इस्तेमाल किया गया और इससे 4 गांववाले घायल हो गए। उन्होंने बताया कि हिंसा बढ़ने की वजह से 12 पुलिसवाले भी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हत्या की कोशिश करने का मामला दर्ज किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने इलाके में धारा 144, या कर्फ्यू लगाए जाने से इनकार किया। प्रदर्शनकारियों ने हाइवे पर जाम लगा दिया था। इसके अलावा, किसानों और पुलिसवालों में झड़प की खबरें भी मिलीं। हालात काबू करने के लिए अतिरिक्त पुलिस मौके पर भेजी गई। कम से कम 17 गांवों के लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए। 10 से ज्यादा जगहों पर ये प्रदर्शन हुए, जिनमें ठाणे-बदलापुर हाइवे भी शामिल है। नेवाली फाटा में इससे पहले अवैध चाल को लेकर सुर्खियों में आ चुका नेवाली के हवाई अड्डा की जमीन में से ४०० एकड जमीन पर कब्जा करके बड़े पैमाने पर अवैध चाल बनाई गई है. इन चाल के रुमो पर गृहकर्ज देने की लालच दे कर अनेक लोगो को फंसाया था जिसका मामला हिल - लाईन पुलीस ठाणे अनेक बोगस बिल्डरो के विरोध में मामले दर्ज है. यही कारण है कि आंदोलन में चाल में रहने वाले भी अपने घर को बचाने के लिए इस आंदोलन में रस्ते पर उतरे हुए थे . जिल्हाधिकारी महेंद्र कल्याणकर ,जिल्हा के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ,सांसद श्रीकांत शिंदे , विधायक किसन कथोरे ,विधायक गणपत गायकवाड, उपविभागीय अधिकारी प्रसाद उकर्डे इन्होंने घटनास्थल पर पहुँच कर जायजा लिया, इस दरम्यान वाहनो में हुई आग लगाओ की घटनाएं ,रस्ता रोको और पुलिस पर हल्ला करने वालो के विरोध में कठोर कारवाई करने की जानकारी पुलीस सूत्रो ने दिया है. सरकारी भूखंड पर चाल बनाकर लोगो बेचने का मामला जग जाहिर है !
एसीपी,सहित कई पुलिस कर्मी घायल, किसान भी जख्मी,२ ट्रक सहित पुलिस के वाहनों को जलाया !
उल्हासनगर- नेवाली फाटा पर चाल माफियाओं ने किसान आंदोलन की आड़ में अपना हेतु सीधा करने के लिए उग्र आंदोलन करनवाने काम किया है, स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन को शांति रूप से कर रहे थे इसी आंदोलन का फायदा उठाने के लिए स्थानीय चाल माफियाओं ने अपना हेतु साधते हुए आंदोलन को हिंसक बना दिये,बहरहाल पुलिस की जांच में पूरा सच सामने आएगा ?
नेवली फाटा में ठाणे-बदलापुर हाइवे पर किसानों का आंदोलन हिंसक हो गया। जमीन के अधिग्रहण को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों ने आगजनी शुरू कर दी। हाइवे पर पुलिस की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। दोपहर बाद ठाणे पुलिस कमिश्नर ने इस हिंसा के दौरान 12 पुलिसवालों के घायल होने की पुष्टि की, हालांकि उन्होंने अब हालात के काबू में रहने की भी बात कही।ठाणे के कमिश्नर ने कहा कि कुछ गांववालों ने पुलिस टीम और डीसीपी पर हमला किया, जिसके बाद पैलट गन का इस्तेमाल किया गया और इससे 4 गांववाले घायल हो गए। उन्होंने बताया कि हिंसा बढ़ने की वजह से 12 पुलिसवाले भी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हत्या की कोशिश करने का मामला दर्ज किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने इलाके में धारा 144, या कर्फ्यू लगाए जाने से इनकार किया। प्रदर्शनकारियों ने हाइवे पर जाम लगा दिया था। इसके अलावा, किसानों और पुलिसवालों में झड़प की खबरें भी मिलीं। हालात काबू करने के लिए अतिरिक्त पुलिस मौके पर भेजी गई। कम से कम 17 गांवों के लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए। 10 से ज्यादा जगहों पर ये प्रदर्शन हुए, जिनमें ठाणे-बदलापुर हाइवे भी शामिल है। नेवाली फाटा में इससे पहले अवैध चाल को लेकर सुर्खियों में आ चुका नेवाली के हवाई अड्डा की जमीन में से ४०० एकड जमीन पर कब्जा करके बड़े पैमाने पर अवैध चाल बनाई गई है. इन चाल के रुमो पर गृहकर्ज देने की लालच दे कर अनेक लोगो को फंसाया था जिसका मामला हिल - लाईन पुलीस ठाणे अनेक बोगस बिल्डरो के विरोध में मामले दर्ज है. यही कारण है कि आंदोलन में चाल में रहने वाले भी अपने घर को बचाने के लिए इस आंदोलन में रस्ते पर उतरे हुए थे . जिल्हाधिकारी महेंद्र कल्याणकर ,जिल्हा के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ,सांसद श्रीकांत शिंदे , विधायक किसन कथोरे ,विधायक गणपत गायकवाड, उपविभागीय अधिकारी प्रसाद उकर्डे इन्होंने घटनास्थल पर पहुँच कर जायजा लिया, इस दरम्यान वाहनो में हुई आग लगाओ की घटनाएं ,रस्ता रोको और पुलिस पर हल्ला करने वालो के विरोध में कठोर कारवाई करने की जानकारी पुलीस सूत्रो ने दिया है. सरकारी भूखंड पर चाल बनाकर लोगो बेचने का मामला जग जाहिर है !
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