आईएएस-आईपीएस अधिकारियों को अपने मनचाहे पोस्ट दिलवाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ ?
पुलिस ने चार आरोपियों किया गिरफ्तार !
पूर्व गृह राज्यमंत्री सिद्धराम म्हेत्रे का निजी सचिव भी गिरफ्तार !
मुंबई-मुंबई में आईएएस-आईपीएस अधिकारियों को अपने मनचाहे पोस्ट दिलवाने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में सोलापुर पुलिस हेडक्वार्टर में तैनात डीसीपी नामदेव चव्हाण ने मुंबई क्राइम ब्रांच से मामले की शिकायत की थी। इस मामले में पुलिस ने महानंद के जनरल मैनेजर विद्यासागर हिरमुखे को गिरफ्तार किया है।
हिरमुखे पूर्व गृह राज्यमंत्री सिद्धराम म्हेत्रे का निजी सचिव रह चुका है। इसके अलावा किशोर माली, विशाल ओंबले और रवींद्र सिंह यादव नाम के तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। मनचाही पोस्ट दिलाने करते थे सौदेबाजी माली ने कुछ दिनों पहले जान पहचान के एक शख्स की मदद से चव्हाण से संपर्क किया। माली ने चव्हाण से कहा कि वह उन्हें मुंबई में मनचाही पोस्ट दिला सकते हैं। पद के हिसाब से 10 से 25 लाख रुपए देने होंगे। आरोपियों ने इस पर बात करने के लिए 25 मई को मुंबई के एक होटल में चव्हाण के साथ मीटिंग की। चव्हाण ने इसकी रिकॉर्डिंग की और मामले की शिकायत मुंबई पुलिस की अपराध शाखा से कर दी। पुलिस जांच में अगर मंत्रालय के लोगों के साथ मिलीभगत कर तबादले के आरोपों में सच्चाई पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी” -डा. रणजीत पाटील,गृह राज्यमंत्री
पुलिस ने चार आरोपियों किया गिरफ्तार !
पूर्व गृह राज्यमंत्री सिद्धराम म्हेत्रे का निजी सचिव भी गिरफ्तार !
मुंबई-मुंबई में आईएएस-आईपीएस अधिकारियों को अपने मनचाहे पोस्ट दिलवाने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में सोलापुर पुलिस हेडक्वार्टर में तैनात डीसीपी नामदेव चव्हाण ने मुंबई क्राइम ब्रांच से मामले की शिकायत की थी। इस मामले में पुलिस ने महानंद के जनरल मैनेजर विद्यासागर हिरमुखे को गिरफ्तार किया है।
हिरमुखे पूर्व गृह राज्यमंत्री सिद्धराम म्हेत्रे का निजी सचिव रह चुका है। इसके अलावा किशोर माली, विशाल ओंबले और रवींद्र सिंह यादव नाम के तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। मनचाही पोस्ट दिलाने करते थे सौदेबाजी माली ने कुछ दिनों पहले जान पहचान के एक शख्स की मदद से चव्हाण से संपर्क किया। माली ने चव्हाण से कहा कि वह उन्हें मुंबई में मनचाही पोस्ट दिला सकते हैं। पद के हिसाब से 10 से 25 लाख रुपए देने होंगे। आरोपियों ने इस पर बात करने के लिए 25 मई को मुंबई के एक होटल में चव्हाण के साथ मीटिंग की। चव्हाण ने इसकी रिकॉर्डिंग की और मामले की शिकायत मुंबई पुलिस की अपराध शाखा से कर दी। पुलिस जांच में अगर मंत्रालय के लोगों के साथ मिलीभगत कर तबादले के आरोपों में सच्चाई पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी” -डा. रणजीत पाटील,गृह राज्यमंत्री
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