झोलाछाप डॉक्टरो के विरूद्ध कारवाई को राजकिय ब्रेक ?
उमपा प्रशासन सोमवार कर सकता 6 झोलाछापों डॉक्टरों पर कार्यवाई ?
विद्यार्थी की मौत की जांच के मामले में झोलाछाप डॉ, को बचाने में जुटे चंद नेताओं की मंडली !
उल्हासनगर - उल्हासनगर शहर में बोगस डॉक्टरो पर कारवाई करने की मांगसामाजिक संघटनो के करने के बाद मनपा प्रशासन ने इस कारवाई करने का पूरा ऍक्शन प्लॅन तैयार कर लिया है . परंतु इस कारवाई को रोकने के लिए एक नगरसेविका के पति जी जान से जुटे होने की जानकारी सूत्रों द्वारा प्राप्त हुआ है .
बता दे पिछले कुछ महीनों में कुछ मरीजो को झोलाछाप डॉक्टरो के गलत इलाज की वजह से अपनी जान गवानी पड़ी है तो कुछ मरीजो को गलत दवाइयों की वजह अनेक प्रकार के रोगों से ग्रस्त हुए है इस सारी समस्याओं के लिए पूरी तरह से ये झोलाछाप डॉक्टरों की ही देन है .अभी कुछ दिन पहले ही धोबीघाट परिसर की सिमरन शर्मा इस 16 वर्षीय विद्यार्थी की एक झोलाछाप डॉक्टर के ईलाज की वजह से मौत होने का मामला सामने आया है . इस मामले के बाद शाहरवाशियो में इन झोलाझाप डॉक्टरों के नाराजगी देखने मिल रहा है . समाजसेवक शिवाजी रगडे , नगरसेविका सविता तोरणे , नगरसेवक गजानन शेळके इन्होंने शहर के झोलाछाप डॉक्टरो पर कारवाई करने की मांग किया है . उल्हासनगर शहर 140 झोपड पट्टियों में अभी भी सैकड़ो की तादाद में ये झोलाछाप अपने दवा खानाओ को चला रहे है . इसमें ज्यादातर झोलाछाप डॉक्टर बिहार , उत्तर प्रदेश , पश्चिम बंगाल , झारखंड मद्रास इन राज्यो से बनावट डिग्री लेकर आये है . मनपा आयुक्त राजेंद्र निंबाळकर इन्होंने झोलाछाप डॉक्टरो के विरुद्ध कारवाई करने का आदेश देने के उमपा प्रशासन व वैद्यकीय अधिकारी डॉ राजा रिजवानी इन्होंने कार्यवाई करने का एक ऍक्शन प्लॅन तैयार किया है . इस प्लॅन के अनुसार शहर भर के सभी डॉक्टरो के प्रमाण पत्र की जांच सुरू किया है .इस वजह से इस कार्रवाई के डर की वजह से बहुत सारे झोलाछाप डॉक्टर अपने दवाखाने को बंद करके गांव को पलायन कर रहे है . सुरुवाती जांच में अभीतक 6 झोलाछापों डॉक्टरो की पहचान उनके दिए गए प्रमाण पत्रो के आधार पर किया गया है मनपा प्रशासन इन सभी के खिलाप मामला दर्ज कर कड़ी कार्यवाई करने के संकेत दिए है . इस बारे में और गहन तरीके से जांच किया जा रहा है ऐसी जानकारी डॉ राजा रिजवानी इनके द्वारा दी गई है . बहरहाल मनपा प्रशासन की इस कार्यवाई को रोकने के संबंधित अधिकारियों को कुछ राजनेताओं के फोनकॉल आ रहे है और अपने करीबी झोलाछापों डॉक्टरो को बचाने की कवायद भी शुरू है, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विद्यार्थी की मौत के मामले में डॉक्टर शर्मा को महाराष्ट्र मेडिकल कौंसिल ने एलोपैथिक मेडिसिन प्रेक्टिस करने की इजाजत नहीं दी थी वो बिना किसी परमिशन के अपनी आयुर्वेदिक डिग्री पर ही एलोपैथिक की प्रेक्टिस कर रहे थे ये शुरुवाती जांच में स्पष्ट हो गया है और उनके ऊपर मनपा प्रशासन की तरफ से कभी भी बड़ी कार्यवाई हो सकती है? इस झोलाछाप को बचाने के लिए भी कई नेताओं ने अपना जीजान लगा रखी है डॉक्टर रिजवानी को फोन करके जांच को ढीला करने का प्रेशर दिया जा रहा है ? रिजवानी ने इन बातों को सिरे से नकारा है और कहा है कि हमें कोई फोन नहीं आया है,बहरहाल मनपा प्रशासन ने इन झोलाछापों डॉक्टरो को ठिकाने लगाने के अपनी कमर कस लिया है और जल्द हो झोलाछाप डॉक्टर मुक्त शहर होगा ऐसा प्रशासन ने दावा किया है
उमपा प्रशासन सोमवार कर सकता 6 झोलाछापों डॉक्टरों पर कार्यवाई ?
विद्यार्थी की मौत की जांच के मामले में झोलाछाप डॉ, को बचाने में जुटे चंद नेताओं की मंडली !
उल्हासनगर - उल्हासनगर शहर में बोगस डॉक्टरो पर कारवाई करने की मांगसामाजिक संघटनो के करने के बाद मनपा प्रशासन ने इस कारवाई करने का पूरा ऍक्शन प्लॅन तैयार कर लिया है . परंतु इस कारवाई को रोकने के लिए एक नगरसेविका के पति जी जान से जुटे होने की जानकारी सूत्रों द्वारा प्राप्त हुआ है .
बता दे पिछले कुछ महीनों में कुछ मरीजो को झोलाछाप डॉक्टरो के गलत इलाज की वजह से अपनी जान गवानी पड़ी है तो कुछ मरीजो को गलत दवाइयों की वजह अनेक प्रकार के रोगों से ग्रस्त हुए है इस सारी समस्याओं के लिए पूरी तरह से ये झोलाछाप डॉक्टरों की ही देन है .अभी कुछ दिन पहले ही धोबीघाट परिसर की सिमरन शर्मा इस 16 वर्षीय विद्यार्थी की एक झोलाछाप डॉक्टर के ईलाज की वजह से मौत होने का मामला सामने आया है . इस मामले के बाद शाहरवाशियो में इन झोलाझाप डॉक्टरों के नाराजगी देखने मिल रहा है . समाजसेवक शिवाजी रगडे , नगरसेविका सविता तोरणे , नगरसेवक गजानन शेळके इन्होंने शहर के झोलाछाप डॉक्टरो पर कारवाई करने की मांग किया है . उल्हासनगर शहर 140 झोपड पट्टियों में अभी भी सैकड़ो की तादाद में ये झोलाछाप अपने दवा खानाओ को चला रहे है . इसमें ज्यादातर झोलाछाप डॉक्टर बिहार , उत्तर प्रदेश , पश्चिम बंगाल , झारखंड मद्रास इन राज्यो से बनावट डिग्री लेकर आये है . मनपा आयुक्त राजेंद्र निंबाळकर इन्होंने झोलाछाप डॉक्टरो के विरुद्ध कारवाई करने का आदेश देने के उमपा प्रशासन व वैद्यकीय अधिकारी डॉ राजा रिजवानी इन्होंने कार्यवाई करने का एक ऍक्शन प्लॅन तैयार किया है . इस प्लॅन के अनुसार शहर भर के सभी डॉक्टरो के प्रमाण पत्र की जांच सुरू किया है .इस वजह से इस कार्रवाई के डर की वजह से बहुत सारे झोलाछाप डॉक्टर अपने दवाखाने को बंद करके गांव को पलायन कर रहे है . सुरुवाती जांच में अभीतक 6 झोलाछापों डॉक्टरो की पहचान उनके दिए गए प्रमाण पत्रो के आधार पर किया गया है मनपा प्रशासन इन सभी के खिलाप मामला दर्ज कर कड़ी कार्यवाई करने के संकेत दिए है . इस बारे में और गहन तरीके से जांच किया जा रहा है ऐसी जानकारी डॉ राजा रिजवानी इनके द्वारा दी गई है . बहरहाल मनपा प्रशासन की इस कार्यवाई को रोकने के संबंधित अधिकारियों को कुछ राजनेताओं के फोनकॉल आ रहे है और अपने करीबी झोलाछापों डॉक्टरो को बचाने की कवायद भी शुरू है, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विद्यार्थी की मौत के मामले में डॉक्टर शर्मा को महाराष्ट्र मेडिकल कौंसिल ने एलोपैथिक मेडिसिन प्रेक्टिस करने की इजाजत नहीं दी थी वो बिना किसी परमिशन के अपनी आयुर्वेदिक डिग्री पर ही एलोपैथिक की प्रेक्टिस कर रहे थे ये शुरुवाती जांच में स्पष्ट हो गया है और उनके ऊपर मनपा प्रशासन की तरफ से कभी भी बड़ी कार्यवाई हो सकती है? इस झोलाछाप को बचाने के लिए भी कई नेताओं ने अपना जीजान लगा रखी है डॉक्टर रिजवानी को फोन करके जांच को ढीला करने का प्रेशर दिया जा रहा है ? रिजवानी ने इन बातों को सिरे से नकारा है और कहा है कि हमें कोई फोन नहीं आया है,बहरहाल मनपा प्रशासन ने इन झोलाछापों डॉक्टरो को ठिकाने लगाने के अपनी कमर कस लिया है और जल्द हो झोलाछाप डॉक्टर मुक्त शहर होगा ऐसा प्रशासन ने दावा किया है
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