साधुबेल गर्ल्स स्कूल के शिक्षकों ने बेतन नही मिलने पर काला फीता बांधकर किया काम !
उल्हासनगर - शहर के कैम्प 1 स्थित साधुबेला गर्ल्स स्कूल ट्रस्ट में चल रही आपसी लड़ाई के चलते गत 7 माह से इंग्लिश प्राइमरी स्कूल की शिक्षिकाओं को सात महीने से वेतन नहीँ मिलने से शिक्षकों में नाराजगी व्याप्त हो गया है। जिससे नाराज शिक्षकों ने अपने हाथ मैं काला फीता बांधकर काम किया । प्राप्त जानकारी अनुसार उल्हासनगर कैम्प 1 स्थित साधुबेला इंग्लिश प्राइमरी स्कूल मैनेजमेंट में चल रही आपसी लड़ाई का शिकार बच्चो को शिक्षा देने वाली शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। और गत 7 माह से उन्हें बिना बेतन का पढ़ाना पड़ रहा है। जिससे शिक्षकों का परिवार चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। और बेतन पाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हो गयी है। वही मिल रही जानकारी अनुसार आपस मे लड़ रहे मैनेजमेंट के लोगो ने अपना गुस्सा शिक्षकों पर उतारने लगे है। बेतन मांगने पर उन्हें स्कूल से निकालने की धमकी दी जाने लगी है।जिसके चलते टीचरों में नौकरी से निकाले जाने का भय भी उन्हें सताने लगा है। वही शक्षको को वेतन नहीँ मिलने पर बुधवार के दिन सभी टीचरों ने मिलकर स्कूल प्रशासन के खिलाफ अपने हाथ मैं काला फीता बांधकर पूरा दिन काम किया । महिला शिक्षकोंओ का कहना है कि अगर साथ दिन के अंदर उनका पूरा वेतन जोड़ कर नहीँ दिया गया तो वह स्कूल के सामने सभी शिक्षकाये भूख हड़ताल करेगी। और भले भूख हड़ताल करते हुए उनकी जान चली जाए लेकिन वह पीछे नहीँ हटेगी । टीचरों ने कहाँ है कि भूख हड़ताल के दौरान कुछ हो गया तो इसका जिमेदार मनपा शिक्षा अधिकारी , स्थानीय पुलिस और स्कूल सचिव नितिन बागवे होंगे । महीनों से वेतन नही मिलने से धैर्य खो चुकी साधुबेला की शिक्षिका सोनिया चावला, नीतू रायसिंघानी,विद्या चुग, रीता चौधरी,वर्षा पदमा, सुनीता,सोनिया गर्ग,ममता, पूनम , सिमरन ने सहित कई शिक्षकों ने काला फीता बांधकर स्कूल मैं काम किया ।
उल्हासनगर - शहर के कैम्प 1 स्थित साधुबेला गर्ल्स स्कूल ट्रस्ट में चल रही आपसी लड़ाई के चलते गत 7 माह से इंग्लिश प्राइमरी स्कूल की शिक्षिकाओं को सात महीने से वेतन नहीँ मिलने से शिक्षकों में नाराजगी व्याप्त हो गया है। जिससे नाराज शिक्षकों ने अपने हाथ मैं काला फीता बांधकर काम किया । प्राप्त जानकारी अनुसार उल्हासनगर कैम्प 1 स्थित साधुबेला इंग्लिश प्राइमरी स्कूल मैनेजमेंट में चल रही आपसी लड़ाई का शिकार बच्चो को शिक्षा देने वाली शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। और गत 7 माह से उन्हें बिना बेतन का पढ़ाना पड़ रहा है। जिससे शिक्षकों का परिवार चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। और बेतन पाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हो गयी है। वही मिल रही जानकारी अनुसार आपस मे लड़ रहे मैनेजमेंट के लोगो ने अपना गुस्सा शिक्षकों पर उतारने लगे है। बेतन मांगने पर उन्हें स्कूल से निकालने की धमकी दी जाने लगी है।जिसके चलते टीचरों में नौकरी से निकाले जाने का भय भी उन्हें सताने लगा है। वही शक्षको को वेतन नहीँ मिलने पर बुधवार के दिन सभी टीचरों ने मिलकर स्कूल प्रशासन के खिलाफ अपने हाथ मैं काला फीता बांधकर पूरा दिन काम किया । महिला शिक्षकोंओ का कहना है कि अगर साथ दिन के अंदर उनका पूरा वेतन जोड़ कर नहीँ दिया गया तो वह स्कूल के सामने सभी शिक्षकाये भूख हड़ताल करेगी। और भले भूख हड़ताल करते हुए उनकी जान चली जाए लेकिन वह पीछे नहीँ हटेगी । टीचरों ने कहाँ है कि भूख हड़ताल के दौरान कुछ हो गया तो इसका जिमेदार मनपा शिक्षा अधिकारी , स्थानीय पुलिस और स्कूल सचिव नितिन बागवे होंगे । महीनों से वेतन नही मिलने से धैर्य खो चुकी साधुबेला की शिक्षिका सोनिया चावला, नीतू रायसिंघानी,विद्या चुग, रीता चौधरी,वर्षा पदमा, सुनीता,सोनिया गर्ग,ममता, पूनम , सिमरन ने सहित कई शिक्षकों ने काला फीता बांधकर स्कूल मैं काम किया ।
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