उल्हासनगर में शिवसेना के बैनर को लेकर हुआ विवाद !
सागर उटवाल के बैनर से स्थानीय वरिष्ठ नेताओं की फोटो रहा नदारत !
स्थानीय नेता ने लगाई जमकर फटकार !
उल्हासनगर-उल्हासनगर में तीन दिन पूर्व एक शिवसेना नेता सागर उटवाल के जन्मदिन पर शहर भर में लगाये गए बैनर में सिर्फ पालकमंत्री और सांसद का फोटो होने सेे एक वरिष्ठ शिवसेना नेता ने इससे चिढ़कर फोन कर उटवल की जोरदार क्लास लेने की शहर में चर्चा है. पालकमंत्री के करीबी होने के कारण लोकसभा में इसका असर होने की शंका से इनकार नही किया जा सकता। बता दे कि सागर उटवाल मात्र 28 वर्ष से राज नीति में है पहले वो महाराष्ट्र नवनिर्मान सेना और फिर टीओके
का सफर कर उपशहर प्रमुख अरुण आशान के सहयोग से शिवेसना में प्रवेश किया था.कुछ ही दिनों में सागर पालकमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद पुत्र श्रीकांत शिंदे के सबसे करीबी बन गए. और उल्हासनगर विधानसभा संघटक और लोकसभा मतदार संघ सोशल मिडिया प्रमुख के पद भर सौपा गया.तीन दिन पहले सागर उटवाल का जन्मदिन बड़े जोरशोर से मनाया गया. इस अवसर पर पूरे शहर में बड़े बड़े बैनर लगाया गए थे. इन बैनरों पर आबा, नाना, भाऊ, दादा नाम से सागर उटवाल को उल्हासनगर शिवसेना के बड़े नेताओं में सुमार किया गया. सागर ने बैनरों पर पालकमंत्री और सांसद शिंदे का ही फ़ोटो लगाया था.ऐसा ही एक बैनर अँब्रोसिया हॉटेल के सामने लगाया गया था.इस बैनर में स्थानिक नगरसेवक व शहरप्रमुख राजेंद्र चौधरी का भी फ़ोटो नही लगाने से शहर में जोरदार चर्चा शुरू हो गयी.चौधरी द्वारा उटवाल को फोन करके खरी खोटी सुनने व बैनर उतरने की चर्चा शहर में चल रही है। इस बारे में सागर उटवाल से संपर्क करने पर कहा की पूरे शहर में बैनर लगाए गये थे.कई बैनर छोटे होने के कारण उस बैनर पर बाळासाहेब, दिघेसाहेब, पालकमंत्री, सासद की ही फ़ोटो था बड़े बैनरों पर सभी पदाधिकारियों की फ़ोटो था.बैनर को लेकर मेरा किसी से कोई भी पदाधिकारी से विवाद नही हुआ है।
सागर उटवाल के बैनर से स्थानीय वरिष्ठ नेताओं की फोटो रहा नदारत !
स्थानीय नेता ने लगाई जमकर फटकार !
उल्हासनगर-उल्हासनगर में तीन दिन पूर्व एक शिवसेना नेता सागर उटवाल के जन्मदिन पर शहर भर में लगाये गए बैनर में सिर्फ पालकमंत्री और सांसद का फोटो होने सेे एक वरिष्ठ शिवसेना नेता ने इससे चिढ़कर फोन कर उटवल की जोरदार क्लास लेने की शहर में चर्चा है. पालकमंत्री के करीबी होने के कारण लोकसभा में इसका असर होने की शंका से इनकार नही किया जा सकता। बता दे कि सागर उटवाल मात्र 28 वर्ष से राज नीति में है पहले वो महाराष्ट्र नवनिर्मान सेना और फिर टीओके
का सफर कर उपशहर प्रमुख अरुण आशान के सहयोग से शिवेसना में प्रवेश किया था.कुछ ही दिनों में सागर पालकमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद पुत्र श्रीकांत शिंदे के सबसे करीबी बन गए. और उल्हासनगर विधानसभा संघटक और लोकसभा मतदार संघ सोशल मिडिया प्रमुख के पद भर सौपा गया.तीन दिन पहले सागर उटवाल का जन्मदिन बड़े जोरशोर से मनाया गया. इस अवसर पर पूरे शहर में बड़े बड़े बैनर लगाया गए थे. इन बैनरों पर आबा, नाना, भाऊ, दादा नाम से सागर उटवाल को उल्हासनगर शिवसेना के बड़े नेताओं में सुमार किया गया. सागर ने बैनरों पर पालकमंत्री और सांसद शिंदे का ही फ़ोटो लगाया था.ऐसा ही एक बैनर अँब्रोसिया हॉटेल के सामने लगाया गया था.इस बैनर में स्थानिक नगरसेवक व शहरप्रमुख राजेंद्र चौधरी का भी फ़ोटो नही लगाने से शहर में जोरदार चर्चा शुरू हो गयी.चौधरी द्वारा उटवाल को फोन करके खरी खोटी सुनने व बैनर उतरने की चर्चा शहर में चल रही है। इस बारे में सागर उटवाल से संपर्क करने पर कहा की पूरे शहर में बैनर लगाए गये थे.कई बैनर छोटे होने के कारण उस बैनर पर बाळासाहेब, दिघेसाहेब, पालकमंत्री, सासद की ही फ़ोटो था बड़े बैनरों पर सभी पदाधिकारियों की फ़ोटो था.बैनर को लेकर मेरा किसी से कोई भी पदाधिकारी से विवाद नही हुआ है।
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